इस मिट्टी से तिलक करो यह मिट्टी है बलिदान की

हजारों वर्षों तक सनातन धर्म को मानने वाले अनगिनत राम भक्तों के रक्त से सीची हुई और सैकड़ों वर्षो तक न्याय की आस लगाए संपूर्ण धरा पर मौजूद राम भक्तों की बहुप्रतीक्षित राम जन्मभूमि पर दिव्य और भव्य मंदिर निर्माण आस लगाए कितने राम भक्त राम में विलीन हो गए हम और आप और इस भूमंडल पर मौजूद इस काल के अनंत राम भक्तों की आस पूरी होने वाली है सुप्रीम कोर्ट के सुप्रीम फैसले के बाद राम जन्मभूमि पर राम मंदिर का अतुलनीय भव्य राम मंदिर का शुभारंभ हो चुका है। निर्माण होने के साथ ही रामलला के गर्भ ग्रह के आसपास की मिट्टी की खुदाई चल रही है रामलला के जन्म स्थान की मिट्टी को हटाकर के सुरक्षित तरीके से रखा जा रहा है इसके लिए बकायदा दो स्थान चिन्हित किए गए हैं पहला स्थान जन्मभूमि परिसर में ही स्थित कुबेर टीला जहां पर राम जन्मभूमि के स्थान की मिट्टी को रखा जा रहा है, तो दूसरा स्थान कारसेवक पुरम की शाखा रामसेवक पुरम में सुरक्षित रखा जा रहा है और इनकी सुरक्षा के लिए यहां पर 2 लोगों की ड्यूटी भी लगाई गई है जो परिसर की मिट्टियों की देखरेख करेंगे *बलिदान* की मिट्टियों के सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रहे हैं राम मंदिर निर्माण से देश-विदेश की आस्था जुड़ी हुई है दूरदराज के रहने वाले लोग भगवान रामलला के मंदिर निर्माण में अपनी सहभागिता दे रहे हैं उनके दर्शन के लिए लोग आतुर भी हैं राम जन्मभूमि परिसर में चल रहे मंदिर निर्माण कार्य को देखना भी चाहते हैं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट राम जन्म स्थान की मिट्टी सुरक्षित रखवा रहा है जिससे कि किसी की भी धार्मिक भावनाओं को ठेस ना पहुंचे रामलला के परिसर में मंदिर निर्माण का कार्य तेजी के साथ चल रहा है,मंदिर निर्माण के लिए 39 महीने की मियाद ट्रस्ट के द्वारा रखी गई है श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए न्यू की खुदाई का काम करवा रहा है बताते चलें कि यह वही स्थान है जहां पर राम लला का जन्म स्थान है ऐसे में धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे और वहां की पवित्र मिट्टी का दुरुपयोग न हो इस लिहाज से ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने जन्म स्थान की मिट्टी को सुरक्षित रखने के लिए राम जन्म भूमि परिसर में ही कुबेर टीला को चिन्हित किया है कारसेवक पुरम की शाखा रामसेवक पूर्व में इस मिट्टी को सुरक्षित रखा जा रहा है न्यू भराई होने के बाद मंदिर निर्माण के कार्य में इस मिट्टी का दोबारा से सवाल किया जाएगा जिससे कि जन्म स्थान की मिट्टी का कोई दुरुपयोग ना हो और मिट्टी सुरक्षित रहे

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने कहा कि जन्म स्थान देश के करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है इसमें कई लोग बलिदान हो गए हैं हम उसकी रक्षा करना अपना धर्म समझते हैं न्यू की खुदाई होनी है तो स्वाभाविक है कि मिट्टी हटाना पड़ेगा और मिट्टी हटाने के बाद उसको परिसर में ही कुबेर टीला पर सुरक्षित रखा गया है उसके बावजूद भी अगर मिट्टी कहीं सुरक्षित रखी है तो उसको भी अपने निजी परिसर में ही सुरक्षित रखा जाएगा जिससे कि मंदिर निर्माण के बाद भराई करने के लिए भगवान राम के जन्म स्थान की मिट्टी को ही दुबारा से इस्तेमाल की जाएगी इस लिहाज से जन्म स्थान की मिट्टी को सुरक्षित रखा जा रहा है और बाद में उसका इस्तेमाल किया जाएगा

मिट्टी को सुरक्षित रखे जाने के लिए रामसेवक पुरम का इस्तेमाल किया जा रहा है वहां पर दो लोगों को सुरक्षा के लिहाज से तैनात किया गया है जो मिट्टी की गाड़ी पहुंचने के बाद बाकायदा उसका नंबर नोट करके शाम को उसकी रिपोर्ट ट्रस्ट को सौंपते हैं मिट्टी की चौकीदारी कर रहे विवेक कुमार ने बताया कि राम जन्मभूमि जन्म स्थान की खुदाई के दरमियां निकली हुई सुरक्षा के लिहाज से रामसेवक पुरम में रखी जा रही है राम जन्मभूमि परिसर से निकली हुई ट्राली रामसेवक पूरम तक पहुंच रही है इसकी निगरानी के लिए बकायदा गाड़ी का नंबर और उसका चक्कर नोट किया जा रहा है साथ ही उन्होंने बताया कि पुराने राम जन्मभूमि जन्म स्थान की मिट्टी है जिसको सुरक्षा के लिहाज से रामसेवक पुरम में रखा गया है। राम की नगरी से आशुतोष पाठक

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