नकारात्मक कांग्रेस के दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह ने महज एक बयान नहीं दिया है, दरसल इस बयान का क्रोनोलॉजी समझिए और इस बयान को देश के हर एक आदमी को समझने की सख्त जरूरत है। उतना ही जितना ज़िंदगी जीने के लिए आज कल कोरोना वैक्सीन की जरूरत है। ठीक उतना ही जहां एक तरफ पूरा विश्व समुदाय कोरोनावायरस के वैक्सीन को लेकर बेहद चिंतित है और उम्मीदों के राहों पर 24 घन्टे अपनी नजरें टिकाए बैठा है। वहीं भारत ने ना सिर्फ कोरोना से अपने देश के नागरिकों की ज़िंदगी को बचाने का हर संभव उपाय किया, अपितु निरंतर कोरोना से लड़ने के लिये सही और सटीक जानकारी देश के हर एक आदमी तक पहुंचाई और एक तरफ देश के वो सुपर हीरो,जो दिन-रात कोरोना वैक्सीन को बनाने में अपना सब कुछ न्योछावर किए हैं, उन सब का दिग्विजय सिंह ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए अपमान किया है।
सोचिए देश के वो वैज्ञानिक जो अपना सब कुछ दाव पर लगा कर पिछले 11 महीनों से दिन रात अपनी जिंदगी से अलग शानो-शौक़त से, आराम से, परिवार से, मां बाप सेऔर बच्चों से दूर रहकर हर घड़ी वैक्सीन को बनाने में कड़ी मशक्कत कर रहे हैं। ऐसे में दिग्विजय सिंह का यह बयान सुनकर उनके हृदय में कैसे-कैसे ख्याल आ रहे होंगे!
दिग्विजय सिंह ने ना सिर्फ उनका अपमान किया है बल्कि देश के हर उस आदमी का अपमान किया है, जो भारतवर्ष को अपना अभिमान समझता है। दिग्विजय सिंह ने हर देश,संगठन और इंसान को एक मौका दिया है, जो इस भारत देश का बुरा चाहता है। उन सब के लिए यह एक गोल्डन चांस है, कि हमारे देश के ऊपर उंगलियां उठा सकें। देश के वैज्ञानिकों के अथक परिश्रम और योग्यता पर दिग्विजय सिंह ने उंगली उठाई है। दिग्विजय सिंह ने अपने बयान से उन सभी का दिल जीत लिया होगा, जो भारत का बुरा चाहते हैं और भारत को आगे बढ़ता कभी देखना नहीं चाहते हैं। दुनिया जानती है कि किसी भी वैक्सीन को बनाने में कभी 100 साल, कभी 50 साल और कभी 40 साल का समय लग जाता है। ऐसे हालात में जब पूरी दुनिया में हॉस्पिटल छोड़िए कब्रिस्तान में मुर्दों को गाड़ने की जगह कम पड़ रही हो, ऐसे अवस्था में विपत्ति के काल में, जब अपनों को आखरी समय में भी स्पर्श करके जी भर के रोने का आखरी मौका भी छीन लिया है। ऐसे समय में महज 10 से 11 माह में इस वैश्विक महामारी की अचूक दवा बनाने में देश के वैज्ञानिकों को सफलता लगभग प्राप्त हो गई है। ऐसे समय में दिग्विजय सिंह का ऐसा बयान भारत की जनता और पूरे विश्व समुदाय को अपनी ओर गौर करने के लिए दिया गया है। दरअसल दिग्विजय सिंह का यह बयान राजनीति के दृश्य से दिग्विजय सिंह और कांग्रेस पार्टी के लिए हित चाहने वाले बुद्धिजीवियों के लिए संजीवनी की बूंद समान है। जहां एक तरफ कांग्रेस पार्टी देश की राजनीति में अपनी आखरी सांसो को गिन रही है, वैसे में यह बयान कांग्रेस के लिए फायदेमंद माना जा रहा है। यह बयान भारत के ऊपर और प्रधानमंत्री के ऊपर एक विश्वस्तरीय दबाव बनाने के लिए भी माना जा रहा है। ताकि ऐसा कोई और बयान आए।जिसमें यह कहा जाए कि हां बहुत जल्दी कर रहे हैं वैक्सीन को लाने में। देश की राजनीति इतनी गंदी हो गई है कि मानव जीवन का कोई मोल ही नहीं है। नेता सिर्फ अपनी सत्ता को पाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाने से नहीं कतराते।
सोचिए देश की राजनीति अब किस स्तर पर आ पहुंची है जहां मानव जीवन का कोई मोल ही नहीं रह गया है। राजनेता सिर्फ अपना फायदा देखते हैं। चाहे उसके बदले उनको कुछ भी दांव पर लगाना पड़े।
आशुतोष पाठक✍️✍️
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